Jaipur, (Ka.San.). 82-year-old photographer, Prof. Parmanand Dalwadi has prepared a collection of about 50 photographs of the odd and unusual situations of France captured in Nikon F camera during his visit to France in the 70s. These pictures depict humor, tenderness and French society, with each picture told through short stories. Displaying a combination of portraits and landscapes, A Visit to France, 1970: An Exhibition by Parmanand Dalwadi was inaugurated at Gem Cinema in Jaipur on Wednesday. During this, a discussion was organized on Dalwadi’s visit to France and photography. He shared his experience and the story behind his displayed photographs. Sudhir Kasliwal, Mugdha Sinha and Swati Vashisht were present in the discussion The collection includes photographs of Paris as well as the rest of France. The exhibition will be open to visitors until August 31 from 11 am to 9 pm.

Speaking about the exhibition, Prof. Dalwadi said, “The exhibition is a creative response and poetic culmination of my friendship with the great photographer, Henri Cartier-Bresson and a testimony to his unique style of photography. Cartier-Bresson is known for candid photography and street photography. When the National Institute of Design (NID), where I started, gave me the opportunity to meet and stay with Henri Cartier-Bresson, my photographer’s eye connected to the art in a way I had never imagined before.”

परमानन्द दिलवाड़ी की ‘ ए विजिट टू फ्रांस ‘ फोटो प्रदर्शनी शो 

जयपुर, (का.सं.)। 70 के दशक में फ्रांस की अपनी यात्रा के दौरान 82 वर्षीय फोटोग्राफर, प्रो. परमानंद दलवाड़ी द्वारा निकोन एफ कैमरा में कैद की गई फ्रांस की विषम और असामान्य स्थितियों की लगभग 50 तस्वीरों का एक संग्रह तैयार किया है। इन चित्रों में हास्य, कोमलता और फ्रांसीसी समाज का वर्णन है, जिसमें प्रत्येक तस्वीर को छोटी कहानियों के माध्यम से बताया गया है। पोट्रेट्स और लैंडस्केप्स के संयोजन को प्रदर्शित करते हुए, ए विजिट टू फ्रांस, 1970: एन एग्जीबिशन बाय परमानंद दलवाड़ी का उद्घाटन बुधवार को जयपुर के जेम सिनेमा में किया गया। इस दौरान दलवाड़ी की फ्रांस यात्रा और फोटोग्राफी पर चर्चा का आयोजन किया गया। उन्होंने अपने अनुभव और अपनी प्रदर्शित तस्वीरों के पीछे की कहानी साझा की। चर्चा में सुधीर कासलीवाल, मुग्धा सिन्हा और स्वाति वशिष्ठ शामिल रहे। संग्रह में पेरिस के साथ-साथ फ्रांस के बाकी हिस्सों की तस्वीरें भी शामिल है। यह एग्जीबिशन विजिटर्स के लिए 31 अगस्त तक सुबह 11 बजे से रात 9 बजे तक रहेगी।

एग्जीबिशन के बारे में प्रो. दलवाड़ी ने बताया कि, एग्जीबिशन महान फोटोग्राफर, हेनरी कार्टियर-ब्रेसन के साथ मेरी दोस्ती की एक रचनात्मक प्रतिक्रिया और काव्यात्मक परिणति है और फोटोग्राफी की उनकी अनूठी शैली का प्रमाण है। कार्टियर-ब्रेसन को कैंडिड फोटोग्राफी और स्ट्रीट फोटोग्राफी के लिए जाना जाता है। जब नेशनल इंस्टीट्ययूट ऑफ डिज़ाइन (एनआईडी), जहां से मैंने शुरूआत की थी, ने मुझे हेनरी कार्टियर-ब्रेसन से मिलने और उनके साथ रहने का मौका दिया, तो मेरे फोटोग्राफर की नजर इस कला से इस तरह से जुड़ी जिसकी मैंने पहले कभी कल्पना भी नहीं की थी

 

©Rashtradoot, August 18, 2022.