फ्रेंच आर्टिस्ट एवं पर्यावरणविद् अनाइस ब्यूलियू की एग्जीबिशन पर्यावरण बचने का देगी सन्देश

जयपुर आर्ट प्रोजेक्ट घेटोगेदर स्पीच क्र रा ह ये एक कला प्रदर्शनी पे आधारित या ये कला समुदाय के द्वारा जयपुर में 7 अक्टूबर, शनिवार को एलायंस फ्रांसेज़ जयपुर द्वारा आयोजित, ये प्रदर्शनी 7 अक्टूबर से 15 अक्टूबर को किशन बाग, विद्याधर में नगर, जयपुर। डॉयचे इंस्टीट्यूट पेरिस और द फ्रेंच इंस्टीट्यूट इन इंडिया द्वारा मुझे होगा ये जो प्रोजेक्ट एच वो सपोर्ट किया जाएगा। क्या परियोजना का मुख्य उद्देश्य यह है कि स्थानीय समुदाय हमें जागरूक करे और पर्यावरण के बारे में जागरूक करे। एच या वाई जानकारी संजना सरकार, एलायंस फैंस ऑफ जयपुर के द्वार दी गई की निदेशक संजना सरकार एच या वाई जो समुदाय एच वो एनजीओ के लोगो को भी प्रदर्शनी एम है साथ रखी हुई है य बता रहे है की जिस तारिके से एक पक्षी अपना घोंसला खुद बनाया है वेसे ही hr एक गरीब इंसान पर्यावरण में जो प्लास्टिक vgr डाला हुआ होता है उनसे कैसे नई चीज़ बना के उनको सेल्स करके इनकम कर सकता है या पर्यावरण को सफ धन्यवाद शक्ता एच
या इसमे मुख्य फ्रांसीसी समुदाय और फ्रांसीसी संस्थान स्थानीय लोगों और नहीं लोगों के साथ हैं
या फिर उनको ज्ञान प्रदान करना चाहिए हमारे पर्यावरण में अपशिष्ट उत्पादों के पुन: उपयोग से संबंधित प्रदर्शनी है

Jaipur Art Project Ghettogarh Speech is an art exhibition based on the art community of Jaipur organized by Alliance Française Jaipur on Saturday, October 7, 2017. The exhibition will be held from 7th October to 15th October at Kishan Bagh, Vidyadhar Nagar, Jaipur. This project will be supported by Deutsche Institute Paris and The French Institute in India. The main aim of the project is to make the local community aware and aware about the environment. This information was given by Sanjana Sarkar, Alliance Fancaise of Jaipur that Director Sanjana Sarkar has also kept the people of the community and NGOs together in the exhibition. They are telling that just like a bird makes its own nest, similarly a poor person can make new things from the plastic and other things thrown in the environment and earn income by selling them or he can only thank the environment or in this the main French community and French institutions are with the local people and non-French people or they should provide them knowledge. This is an exhibition related to reuse of waste products in our environment.

©Humare Samachar, October 5, 2023.